बुधवार, 30 मई 2007

चुगली एकता कपूर की

मुझे चुगली करनी है, एकता कपूर की। कुछ सुना आपने...। एकता ने अपने एक इंटरब्यू में कहा

1 टिप्पणी:

chugulkhor ने कहा…

एक पुराना किस्सा याद आ रहा है। मेरे पड़ोस में रहने वाला आदमी होली के दिन से गायब हो गया। अकेला रहता था, इसलिए किसी ने ज्यादा ध्यान नहीं दिया। कुछ दिन बाद प्रकट हुआ तो सबने पूछा, कहाँ थे? उसने बताया कि होली के दिन
ज्यादा शराब पीने के कारण वह कहीं बेहोश हो गया तो पुलिस ने पकड़ लिया। कोर्ट में पेश किया, जमानत के रूप में पैसे मांगे तो उसके पास पैसे नहीं थे।कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया। कुछ दिन बाद उसे छोड़ दिया।हो सकता है कि ऐसे किसी आदमी से आप भी परिचित हों!
अब इस किस्से को सुनकर मोदीवादी सीधे गालियां देते हुए कहेंगे कि नौंटकीवाल के पास तो दस हजार रुपये हैं, कोर्ट को देने के लिए...! बिल्कुल हैं, लेकिन केजरीवाल के बहाने क्या इस कानून पर सवाल नहीं उठना चाहिए कि यदि कोई अपराधी नहीं है तो वो पैसे क्यों भरे? बांड क्यों भरे??