मंगलवार, 15 दिसंबर 2015

सोचिए, बुरा आदमी कौन है

जब हमें कोई बुरा आदमी गाली देता है और हम उसके जवाब में गाली देते हैं, तो वह बुरे आदमी की पहली जीत होती है, क्‍योंकि ऐसा करके उसने हमें अपने बराबर ला दिया और हम अच्‍छे से बुरे हो गए। और हम दूसरी गाली देकर उसे हराना लगते हैं तो वह बुरे आदमी दूसरी जीत होती है। दूसरी गाली देकर उससे ज्‍यादा  बुरे आदमी बन चुके होते हैं। कहने का आशय सिर्फ इतना है कि बुरा आदमी चाहे जो करे, लेकिन अपने अंदर के अच्‍छे आदमी को छोड़कर बुरे आदमी से मुकाबला न करें। 

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